78
क्या आपकी जीवन मे आ रही परेशानियों से हलाकान हैं ?
हमारा जीवन, भाग्य और नियति जीवन, भाग्य और भाग्य हमारे पूर्वजों की विरासत से जुड़े हुए हैं। और यह उनके अच्छे कर्मों का फल है कि हमें सुरक्षा, सुरक्षा, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मिला है।
श्री महाकाल धाम मे अपनी कालसर्प पूजन बुक करने के लिए यहाँ क्लिक करें 👈🏿
लेकिन कभी-कभी हमें उनके बुरे कर्मों की भी परीक्षा लेनी पड़ती है। हर महीने पड़ने वाली अमावस्या तिथि के अलावा पितृ पक्ष के 15 दिन पितरों को ही समर्पित किए गए हैं।
श्री महाकाल धाम मे अपनी नारायण नागबली पूजन बुक करने के लिए यहाँ क्लिक करें 👈🏿
इस समय में पितरों की आत्मा की शांति के लिए और पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान, दान-पुण्य आदि करना चाहिए। कुंडली में पितृ दोष का होना कई समस्याएं देता है इसलिए ज्योतिष में पितृ दोष निवारण के उपायों की सलाह दी जाती है।
श्री महाकाल धाम मे अपनी राहू पूजन बुक करने के लिए यहाँ क्लिक करें 👈🏿
आइए जानते हैं पितरों दोष के लक्षण और इसके उपायों के बारे में।
श्री महाकाल धाम मे अपनी ऋण मुक्ति पूजन बुक करने के लिए यहाँ क्लिक करें
पितृ दोष के लक्षण
- लगातार बीमार रहने से व्यक्ति को आर्थिक और शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
- किसी भी कार्य में सफलता नहीं मिल पाती; उसमें मानसिक शांति और स्थिरता की कमी होने लगती है।
- व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में प्रतिकूल वातावरण और छोटी-छोटी बातों पर बहस।
- कई बार कुंडली में पितृ दोष होने पर हमारी शादी सही समय पर नहीं हो पाती है जिससे शादी में देरी होती है।
- पितृ दोष वाले बच्चों को बाद में या जन्म से ही शारीरिक या मानसिक विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है।
- इससे गर्भधारण के दौरान गर्भपात हो सकता है।
- पितृ दोष सफल वैवाहिक जीवन को बाधित करता है।
- परिवार के भीतर आत्महत्या, हत्या, दुर्घटना जैसी अप्राकृतिक मौतें।
- एक ही परिवार में लगातार रहस्यमय ढंग से जानों की हानि।
- परिवार में किसी शुभ कार्यक्रम के आयोजन में लंबे समय तक रुकावटें आएंगी।
श्री महाकाल धाम मे अपनी त्रिपिंडी श्राद्ध पूजन बुक करने के लिए यहाँ क्लिक करें
पितृ दोष निवारण के सरल उपाय
- पूर्वजों द्वारा किए गए पिछले पापी कार्यों के प्रभावों को खत्म करने के लिए पूर्ण
- त्रिपिंडी श्रद्धा ने पूजा या मंत्र जाप का आयोजन करावें ।
- प्रत्येक अमावस्या को ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
- अर्ध-कुंभ-स्नान के दिन भोजन, वस्त्र, कंबल का दान करें।
- वट वृक्ष पर नियमित रूप से जल चढ़ाएं।
- गाय, गली के कुत्तों और जानवरों को भोजन और दूध दें।
- जितना संभव हो सके जरूरतमंद गरीबों और वृद्ध लोगों की मदद करें।
- देवी कालिका स्तोत्रम् के मंत्रों का जाप करें।
- खासतौर पर नवरात्रि पर हरिद्वार, उज्जैन, नासिक, गंगासागर आदि विभिन्न धार्मिक स्थानों पर स्नान करें।
श्री महाकाल धाम मे अपनी शनि शांति पूजन बुक करने के लिए यहाँ क्लिक करें 👈🏿
पितृ दोष पूजा करते समय क्या करें
- अपने पूर्वजों की मृत्यु की तिथि पर पूर्वजों का आशीर्वाद पाने के लिए उन्हें श्राद्ध अवश्य करना चाहिए।
- मृत्यु तिथि या श्राद्ध पर पितरों को जल अर्पित करें।
- श्राद्ध प्रक्रिया के बाद विशेष रूप से अमावस्या या पूर्णिमा पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को कंबल, भोजन, कपड़े प्रदान करें।
- श्राद्ध पूजा में पितरों का नाम लेकर उन्हें अवश्य याद करें; उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।पितृ दोष निवारण मंत्र
- “ॐ देवताभ्यः पितृभ्य च महायोगिभ्य एव च, नमः स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव च नमो नमः।।इस मंत्र का नियमित 05 माला जाप करें
- या अपनी समस्त परेशानियों से निजात पाना चाहते हों तो साल मे एक बार अज्ञात पितरों का श्राद्ध सर्प श्राद्ध एवं रुद्राभिषेक के साथ गृह शांति पूरे परिवार के साथ श्री महाकाल धाम अमलेश्वर मे करावें
इन तरह के सभी कार्मिक ज्योतिष के बाधाओं निवृत्ति के लिए विगत 20 वर्षों से श्री अमलेश्वर महाकाल धाम में नारायणबलि, नागबलि, त्रिपिंडि श्राद्ध, कालसर्प , अर्क विवाह , कुंभ विवाह , कराये जा रहे है। खारून के तट पर बना श्री महाकाल धाम तिर्थ जहां देश भर से श्रद्धालु पधारते है। संपर्क सूत्र – पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी ज्योतिषाचार्य – 9753039055 / 9893363928