सावन में इस दिन मनाई जाएगी नाग पंचमी, ये उपाय करने से दूर होगा काल सर्प दोष
हिंदू धर्म में नाग पंचमी सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। नाग पंचमी, सांपों के देवता भगवान शिव के प्रिय नागों की पूजा का पर्व, हर साल श्रावण मास की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष नाग पंचमी 9 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी। मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से न केवल उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है, बल्कि कई तरह के दोषों से भी मुक्ति मिलती है। विशेष रूप से, जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है, उनके लिए नाग पंचमी का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। काल सर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ सकता है। इसके अलावा राहु-केतु की वजह से अगर जीवन में कोई कठिनाई आ रही है, तो भी नाग पंचमी के दिन सांपों की पूजा करने पर राहु-केतु का बुरा प्रभाव कम हो जाता है।
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यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग होता है, तो उस व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप नाग पंचमी के दिन कुछ उपायों द्वारा कालसर्प दोष की समस्या से मुक्ति पा सकते हैं
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नाग पंचमी शुभ मुहूर्त
नाग पंचमी उदया तिथि के मुताबिक 9 अगस्त शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी. इस बार कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं. नाग पंचमी के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 से 12:53 तक रहेगा. नागपंचमी के दिन नाग के 8 स्वरूप की पूजा की जाती है. नाग को हमारे यहां कुल देवता माने गए हैं. पंचमी तिथि की शुरुआत 8 अगस्त से होगी और स्थिति का समापन 10 अगस्त को होगा. इस बार की पंचमी तिथि लगभग 27 घंटे की रहेगी. वही नाग पंचमी का मुहूर्त की बात करें तो लगभग 2 घंटे 40 मिनट तक रहेगा. नाग देवता की पूजा सुबह 5:45 से 8:27 सुबह तक की जा सकती है.”
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काल सर्प दोष के संकेत
- यदि आपकी कुंडली में काल सर्प दोष है तो आपको लगातार बुरे सपने आते हैं.
- बार-बार सपने में सांप दिखाई देते हैं और ऐसे में व्यक्ति को डर भी सताने लगता है.
- कड़ी मेहनत करने के बावजूद उसका फल व्यक्ति को नहीं मिलता.
- इस दोष के कारण परिवार और कार्यक्षेत्र में भी विवाद की स्थिति बनी रहती है.
- जिसकी कुंडली में कालसर्प दोष होता है उसके शत्रुओं की संख्या बढ़ती रहती है.
- संतान नहीं होना या संतान की उन्नति नहीं होना।
- स्वास्थ्य खराब होना
- बार-बार चोट-दुर्घटनाएं होना।
- व्यवसाय में हानि बार-बार होना।
करें ये उपाय
कालसर्प दोष होने पर नाग पंचमी के दिन भगवान शिव का पूजन करें और इस दौरान महामृत्युंजय का जाप जरूर करें। इस दिन गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इसके साथ ही किसी पवित्र नदी में चांदी या तांबे से बना नाग-नागिन का जोड़ा प्रवाहित करें। इस दोष से मुक्ति के लिए आप गरीबों को काले कंबल आदि का दान कर सकते हैं। साथ ही कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए अमलेश्वर श्री महाकाल धाम मंदिर में कालसर्प दोष की पूजा करवाना भी एक बेहतर उपाय है। जो विगत 20 वर्षो से कालसर्प दोष ,नारायण बलि ,नागबलि ,पितृ दोष ,अर्क विवाह & कुम्भ विवाह ,शनि शांति , इन जेसे सभी कर्मकांडी पूजाएँ भी कराएँ जा रहे है |