गृह प्रवेश का शुभ योग: क्या करें, क्या न करें? ज्योतिष के अनुसार जानिए….

गृह प्रवेश का शुभ योग: क्या करें, क्या न करें? ज्योतिष के अनुसार जानिए
गृह प्रवेश जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र क्षण होता है। यह सिर्फ एक नए घर में जाने का अवसर नहीं, बल्कि नए जीवन की शुरुआत, नई ऊर्जा का प्रवेश और शुभ भविष्य की ओर पहला कदम है। ज्योतिष और वास्तु दोनों मानते हैं कि यदि गृह प्रवेश सही योग, सही दिशा और सही विधि से किया जाए, तो घर में शांति, समृद्धि और सौभाग्य का वास होता है। इसलिए आवश्यक है कि पहले से जान लिया जाए कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं—ताकि कोई दोष, अशुभ प्रभाव या ग्रहों की नकारात्मकता घर में प्रवेश न कर सके।
1. शुभ गृह प्रवेश के लिए सही मुहूर्त चुनना क्यों जरूरी है?
ज्योतिष में मुहूर्त को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है।
यदि घर में प्रवेश सही ग्रह-स्थिति और शुभ तिथि में किया जाए, तो घर में सकारात्मक ऊर्जा स्थिर होती है।
✔ गृह प्रवेश के लिए सबसे शुभ महीने—
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माघ
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फाल्गुन
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वैशाख
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ज्येष्ठ
इन महीनों में सूर्य और चंद्रमा की स्थिति अनुकूल रहती है।
✔ शुभ वार
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सोमवार
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बुधवार
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गुरुवार
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शुक्रवार
✔ शुभ तिथि
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द्वितीया
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तृतीया
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पंचमी
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सप्तमी
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दशमी
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एकादशी
इन तिथियों में गृह प्रवेश करना सौभाग्यवर्धक माना गया है।
अमावस्या, कृष्ण पक्ष, राहुकाल, शनि अमावस्या और ग्रहण के समय गृह प्रवेश वर्जित है।

2. क्या करें: घर में प्रवेश से पहले शुद्धिकरण
शास्त्र कहते हैं—“जहाँ शुद्धि, वहाँ सिद्धि।”
इसलिए घर में प्रवेश से पहले पूर्ण शुद्धिकरण अत्यंत आवश्यक है।
✔ गंगाजल से शुद्धि
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पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें
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इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है
✔ मंदिर और रसोई की विशेष सफाई
घर का मंदिर और रसोई ऊर्जा के दो सबसे महत्वपूर्ण केंद्र माने गए हैं।
✔ नमक वाला पानी
फर्श को पोंछते समय पानी में थोड़ा सा नमक मिलाएँ—
यह घर की खराब ऊर्जा को खींच लेता है।
3. मुख्य द्वार की सजावट—सबसे महत्वपूर्ण उपाय
ज्योतिष में मुख्य द्वार को ‘घर का मुख’ माना गया है।
यहाँ जितनी शुभता होगी, उतना ही मंगलकारी प्रभाव घर में प्रवेश करता है।
✔ मुख्य द्वार पर—
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आम के पत्तों का तोरण
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गेंदे के फूलों की माला
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स्वस्तिक
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“ऊँ”
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“श्री”
लगाना अत्यंत शुभ है।
✔ दीपक जलाएँ
मुख्य द्वार पर घी का दीपक घर में लक्ष्मी का प्रवेश कराता है।
4. गृह प्रवेश की शुरुआत—कलश स्थापना
ज्योतिष के अनुसार घर में प्रवेश करते समय सबसे पहले पूजा का कलश लेना चाहिए।
✔ कलश में रखें—
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गंगाजल
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सुपारी
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सिक्का
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आम के पत्ते
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नारियल
कलश स्थापना घर की स्थिरता और समृद्धि का प्रतीक है।
5. क्या करें: गृह शांति हवन अवश्य कराएँ
हवन को घर की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने का सबसे शक्तिशाली साधन माना गया है।
हवन में प्रयोग होने वाली सामग्री—
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आम की लकड़ी
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गुग्गुल
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कपूर
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हवन सामग्री
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घी
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गाय के गोबर के उपले
हवन से घर में दिव्यता और शांति स्थापित होती है।
विशेषकर वास्तु दोष, पितृ दोष, और राहु-केतु दोष को शांत करने के लिए हवन अत्यंत प्रभावी माना गया है।
6. ज्योतिष अनुसार रसोई का पहला काम—दूध उबालना
गृह प्रवेश के दिन रसोई में सबसे पहले दूध उबाला जाता है।
यह प्रतीक है—
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अनंत समृद्धि
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सुख
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सौभाग्य
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अन्नपूर्णा का आशीर्वाद
यदि दूध उबलकर थोड़ा बाहर आ जाए, तो इसे “अति शुभ संकेत” माना जाता है।
7. पहला भोजन घर में ही बनाएं
गृह प्रवेश के दिन घर का पहला भोजन घर की रसोई में ही तैयार करना चाहिए।
शास्त्र अनुसार—
“पहला भोजन मीठा होना चाहिए।”
आमतौर पर बनाया जाता है—
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खीर
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हलवा
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मीठा दलिया
यह घर में मिठास और सौभाग्य का प्रतीक होता है।
8. क्या न करें: इन गलतियों से बचें
गृह प्रवेश में जितना जरूरी है शुभ कार्य करना, उतना ही जरूरी है कुछ गलतियों को टाल देना।
❌ 1. ग्रहण के समय गृह प्रवेश न करें
यह समय अशुभ माना गया है।
❌ 2. बिना पूजा के घर में रात न बिताएँ
जब तक हवन और पूजा न हो जाए, घर में रुकना उचित नहीं है।
❌ 3. टूटे-फूटे सामान न लाएँ
पुराने या क्षतिग्रस्त सामान घर की ऊर्जा को बिगाड़ते हैं।
विशेषकर—
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टूटा आईना
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पुरानी घड़ी
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टूटी मूर्तियाँ
इनका घर में आना वर्जित है।
❌ 4. गृह प्रवेश के दिन गुस्सा, विवाद या नकारात्मक बातें न करें
यह दिन बहुत पवित्र होता है।
इस दिन मन में शांति और प्रसन्नता रखना चाहिए।
❌ 5. नमक, तेल और अनाज उधार देना वर्जित है
इसे धन हानि का कारण माना जाता है।
9. शंख, घंटी और मंत्रों का महत्व
शंख और घंटी की ध्वनि बहुत शक्तिशाली होती है।
इनसे—
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नकारात्मक ऊर्जा दूर
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वातावरण पवित्र
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देवताओं का आशीर्वाद
मिलता है।
गृह प्रवेश में “श्री सूक्त”, “लक्ष्मी स्तोत्र”, और “मंगल पाठ” विशेष लाभदायक हैं।
10. अनाज और धन का रख-रखाव
गृह प्रवेश के दिन घर में—
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चावल
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दाल
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गेहूँ
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चीनी
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कुछ सिक्के
एक साथ रखे जाते हैं।
यहां तक कि कई परिवार तिजोरी में चांदी का सिक्का या लक्ष्मी जी का चित्र रखते हैं।
यह धन वृद्धि और स्थिरता का प्रतीक है।
11. दाहिने पैर से घर में प्रवेश क्यों?
ज्योतिष के अनुसार दाहिना पैर “सूर्य” का प्रतीक है—
सूर्य ऊर्जा, बल, प्रतिष्ठा और शुभता का कारक है।
इसलिए घर में प्रवेश हमेशा दाहिने पैर से ही करना चाहिए।
12. पूरे घर में दीपक जलाएँ
दीपक जलाने से—
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वातावरण पवित्र
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वास्तु दोष शांत
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ईशान कोण में सकारात्मक ऊर्जा
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दक्षिण में सुरक्षा ऊर्जा
सक्रिय होती है।
13. ईशान कोण (Northeast) को जागृत करें
ईशान कोण घर का सबसे पवित्र स्थान होता है।
यहीं घर का मंदिर रखना शुभ माना जाता है।
गृह प्रवेश के दिन—
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ईशान कोण में दीपक
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गंगाजल
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पूजा सामग्री
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छोटी घंटी
होनी चाहिए।
इससे देवताओं की कृपा घर में स्थिर रहती है।
14. ग्रहों के अनुसार विशेष उपाय
🔸 सूर्य दोष शांति
मुख्य द्वार पर लाल फूल और घी का दीपक जलाएं।
🔸 चंद्र दोष
घर में सफेद फूल और शंख ध्वनि शुभ है।
🔸 मंगल दोष
हवन में कपूर और गुग्गुल जलाने से लाभ मिलता है।
🔸 राहु-केतु दोष
गृह प्रवेश से पहले “गणेश पूजा” अनिवार्य मानी गई है।
निष्कर्ष गृह प्रवेश सिर्फ एक समारोह नहीं, बल्कि पूरे जीवन को प्रभावित करने वाली पवित्र शुरुआत है।
ज्योतिष कहता है—
“जब घर में प्रवेश सही मुहूर्त में, सही विधि से और सकारात्मक मन से किया जाता है,
तो ग्रह स्वयं भी अनुकूल हो जाते हैं।” यदि आप ऊपर बताई गई बातों का पालन करते हैं, तो आपका नया घर—
✔ सुख
✔ धन
✔ शांति
✔ स्वास्थ्य
✔ समृद्धि
से भर जाएगा।





