पढ़ाई में मन लगाने के कारगर उपाय
वैसे आप सब जानते ही है की पढाई हमारे करियर के लिए कितनी ज्यादा important है पर फिर भी कई बार हम उतने अच्छे से मन लगाकर पढाई नहीं कर पाते और इसके पीछे कई सारे कारण है जैसे कई बार हमारा मन किसी चीज़ की वजह से विचलित (Distract) हो जाता है या कई बार हमारा मूड सही नहीं रहता, कई बार हमारे आस पास का मोहोल या लोग सही नहीं रहते याफिर हमारे आस पास बहुत शोर शराबा होता है| तो ऐसे में चाहकर भी हम पढ़ाई में मन नहीं लगा पातें; लेकिन आज मै इस आर्टिकल के ज़रिए आपको कुछ ऐसे practical तरीके बताने जा रहा हु जिन्हे अपनाकर आप अच्छे से मन लगाकर और ज्यादा focus के साथ पढ़ाई कर पाएंगे|
पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता?पढ़ाई में मन ना लगने के प्रमुख कारण….
1) आस पास का शोर शराबा या आस पास का मोहोल सही न होने के कारण|
2) थकान होने के कारण|
3) मूड सही न होने के कारण|
4) मोबाइल, टीवी, दोस्त, सोशल मीडिया या इन जैसी अन्य कई सारी मन भटकाने वाली चीज़ों के कारण|
5) पढ़ाई को लेकर आपका लक्ष्य अस्पष्ट होने के कारण|
6) शरीर में किसी चीज़ की तकलीफ होने के कारण जैसे की सिरदर्द, पेटदर्द, कोई घाव याफिर तबियत सही न होने के कारण|
पढ़ाई के लिए तो ये टोटके हैं बहुत काम के
परीक्षाएं सिर पर हैं तो ऐसे में अगर आप भी इस बात से परेशान हैं कि आपके बच्चे का मन पढ़ाई में बिल्कुल भी नहीं लगता। या फिर वह जो भी पढ़ता है वह सब भूल जाता है। तो बिल्कुल भी टेंशन न लें। क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे टोटकों के बारे में बता रहे हैं जो आपकी इन टेंशन्स को पलक झपकते ही दूर कर देंगे।
बच्चों का स्टडी रूम कहीं ऐसा तो नहीं
स्टडी रूम में पीठ के पीछे खिड़की शुभ नहीं होती। कहते हैं कि इससे पढ़ाई में मन नहीं लगता है। इसके पीछे का ज्योतिषीय कारण कहता है कि पीछे व कंधे पर रोशनी या हवा का आना अशुभता को दर्शाता है। इसलिए जिस स्थान पर या जहां कहीं भी तीन या इससे अधिक दरवाजे एक सीध में हो या गली की सीध में हों तो उसके बीच में बैठकर नहीं पढ़ना चाहिए। इसके बीच में बैठकर पढ़ने से बच्चे की सेहत ठीक नहीं रहती। साथ ही पढ़ने में भी मन नहीं लगता।
बच्चे कंप्यूटर पर पढ़ते हो तो न करें ये गलती
स्टूडेंट्स को किसी बीम या दुछत्ती के नीचे बैठकर पढ़ना या सोना नहीं चाहिए। अन्यथा मानसिक तनाव उत्पन्न होता है। स्टडी रूम की दीवार या पर्दे का रंग हल्का पीला, हल्का हरा, हल्का आसमानी हो तो यह शुभ माना जाता है। इसके अलावा कुंडली के अनुसार शुभ रंग जानकर अगर दीवारों पर करवाया जाए तो यह भी बेहतरीन परिणाम देता है। वहीं बच्चे पढ़ाई के लिए अगर कंप्यूटर का प्रयोग करते हैं। तो कंप्यूटर हमेशा आग्नेय से दक्षिण व पश्चिम के बीच कहीं भी रख सकते हैं। लेकिन ईशान कोण में कभी भी नहीं रखना चाहिए। अन्यथा यह विपरीत परिणाम देता है।
इसे तुरंत रख दें बच्चों के रूम में, होगा लाभ
अगर बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा हो, तो टेबल पर एजुकेशन टावर लगा दें। मान्यता है कि इससे बच्चे की पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ती है और जो भी वह पढ़ते हैं वह कंठस्थ हो जाता है। इसके अलावा बच्चे की परीक्षा में शानदार सफलता के लिए अध्ययन कक्ष में स्फटिक गोले उत्तर दिशा में लटका दें। यह भी अत्यंत शुभ फल देता है। स्टडी टेबल पर ग्लोब जरूर रखें और बच्चों से कहें कि इसे दिन में तीन बार घुमाएं। कहते हैं कि ऐसा करने से बच्चों का मन पढ़ाई में लगने लगता है। फेंगशुई के अनुसार अगर बच्चों को पिरामिड का जल पिलाया जाए तो यह शुभ होता है। ऐसा नियमित रूप से करने से बच्चों की पढ़ाई के प्रति रूचि बढ़ती है।
ज्योतिष का यह टोटका है अचूक
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कई बार नजर लग जाने से भी बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता। अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे को किसी की नजर लग गई है तो इसके उपाय के लिए 7 लाल मिर्च, 1 चम्मच राई को लेकर बच्चे के सिर पर से विपरीत दिशा में सात बार उतारकर अग्नि में डाल दें। इससे बड़ी से बड़ी नजर तुरंत उतर जाती है। इसके अलावा बच्चे को घर की दहलीज पर बिठाकर काली उड़द, नमक व मिट्टी को बराबर मात्रा में लेकर सात बार उतारकर दक्षिण दिशा में फेंक दें। मान्यता है कि यह टोटका बच्चों की एकाग्रता बढ़ाता है।