Dhanteras 2019 Do’s and Dont’s: धनतेरस या धन त्रयोदशी का त्योहार शुक्रवार 25 अक्टूबर को है। इस दिन आरोग्य के देव धनवन्तरि, धन की देवी माता लक्ष्मी और धन-संपत्ति के अधिपति कुबेर की विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। पूरे दिन साफ-सफाई के बाद शाम को यम का दीपक जलाने का विधान भी है। लोक मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस के दिन हम सोना, चांदी, बर्तन, गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों आदि की खरीदारी करते हैं, ताकि वह हमारे लिए शुभ हो और पूरे वर्ष धन की देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। स्वास्थ्य उत्तम हो और धन हानि से बचे रहें। धनतेरस के दिन हम सब अपनी ओर से पूरी कोशिश करते हैं कि कोई गलती न हो, जिससे की माता लक्ष्मी नाराज न हों।
आइए जानते हैं कि धनतेरस के दिन हमें कौन से ऐसे काम नहीं करने चाहिए, जो हमारे लिए शुभ या हितकर न हो।
1. घर में कूड़ा और रद्दी सामान न रखें
धनतेरस का दिन एक तरह से साफ-सफाई का दिन भी होता है। इस दिन घर की साफ सफाई करते हैं। घर में जो भी बेकार की चीजें हैं, रद्दी सामान हैं, उनको घर से बाहर निकाल देना चाहिए। कूड़ा और रद्दी आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का केंद्र बन जाते हैं, ऐसे में साफ-सफाई जरूरी है।
2. घर के मुख्य दरवाजे पर जूता-चप्पल आदि न रखें
धनतरेस और दिवाली के समय घर साफ रखना चाहिए। इसके साथ एक बात का और ध्यान रखना चाहिए कि घर का मुख्य द्वार गंदा न हो, वहां पर जूता-चप्पल, गंदगी और किसी प्रकार का अवरोध नहीं होना चाहिए। माता लक्ष्मी का प्रवेश आपके मुख्य द्वार से ही होगा, ऐसे में वहां गंदगी होगी तो वे अप्रसन्न हो जाएंगी। आपके दरवाजे से ही वह लौट जाएंगी। वास्तु के अनुसार भी मुख्य द्वार पर कोई अवरोध या जूते-चप्पल नहीं होने चाहिए।
3. धनतेरस पर करें इन 3 की पूजा
धनतेरस पर आपको केवल कुबेर या लक्ष्मी माता की ही आराधना नहीं करनी चाहिए। इस दिन आपको कुबेर, माता लक्ष्मी और देवों के वैद्य धनवन्तरि की पूजा करनी चाहिए। कुबेर आपके धन के रक्षक हैं, वहीं माता लक्ष्मी धन और वैभव देने वाली हैं और धनवन्तरि आपको निरोगी काया देते हैं।
4. कलह और दिन में निद्रा का त्याग करें
धनतेरस और दिवाली के दिन आपको लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। घर में खुशहाल वातावरण बनाना चाहिए। इस दिन आपको भूलवश भी दिन के समय सोना नहीं चाहिए। आलस्य नकारात्मकता लाती है। काम से थक गए हैं तो आराम कर लें।