पांचवें घर का बुध जातक
पांचवें घर का बुध जातक के सुन्दर पत्नी, धन-दौलत तथा तरक्की देने वाला होता है। उसके मुख से निकला वाक् प्रायः सत्य साबित होता है। सूर्य की कृपा से वह घर-परिवार तथा राजा को भी तारने वाला होता है। चन्द्र से सम्बन्धित चीजे भी तारने वाली होती है।शनि का प्रभाव उत्तम होने पर पांच बाकी बचने वाले मकान में संतान की बरकत होती है।
जातक में सादगी तथा सज्जनता कूट-कूटकर भरी होती है। गृहस्थी, संतान एवं कारोबार उत्तम होगा। 34 साल की आयु के बाद सूर्य का भाग्योदय होता है। बुध खाना नं. 4, 6, 7, 8, 9 के ग्रहों को मार देता है। जातक के बच्चे उसकी तरक्की में सहायता करते हैं।मंदी के हालात में बुध सरस्वती को नष्ट कर देता है, यानी वह जबान का मालिक होता है।
अपनी बदजबानी से वह सबको अपना शत्रु बना लेता है। लोग उससे दूर हो जाते है। खाना नं. 3, 4, 7, 9, 5 के ग्रह खाना न. 1 के ग्रहों को मंदा कर देते हैं जिससे सब कुछ मिट्टी समान होने लगता है। परन्तु यदि बृहस्पति खाना नं. 3, 9 में हो तो ये सब उत्तम फल देते है। चन्द्र की चीजें जातक को तारती है। शुक्र स्त्री हर तरह से सहायक होगा। सूर्य की चीजों का फल भी उत्तम होगा गले में तांबे का सिक्का धारण करना धनवृद्धि कारक होगा।