जानिये घर मैं कछुआ रखने के फायदे ?
पौराणिक ग्रंथों में भी कछुए का उल्लेख मिलता है। हिंदू धर्म के अनुसार, कछुआ इसलिए भी शुभ और सुख-समृद्धि वाला माना जाता है क्योंकि भगवान विष्णु ने स्वयं कच्छप अवतार लिया था जिसे उनके कूर्म अवतार के नाम से जाना जाता है। भगवान विष्णु ने कछुए का रूप धारण कर क्षीरसागर के समुद्र मंथन के समय मंद्रांचल पर्वत को अपने कवच पर थामा था। इसलिए अपने व्यापार और घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए कछुआ रखना मंगलकारी होता है।
कछुआ न केवल फेंगशुई में विशेष स्थान रखता है, बल्कि इसका हिंदू पौराणिक कथाओं से भी संबंध है। किंवदंतियों के अनुसार, सागर मंथन के दौरान भगवान विष्णु ने कछुए का अवतार लिया था। कछुए को घर में सही तरीके से रखने पर यह सौभाग्य तथा सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। यहां विभिन्न प्रकार की कछुए की मूर्तियों, उनको रखने की जगह और लाभों के बारे में बताया गया है।
कछुआ रखने का फायदे
- चीनी और हिंदू पौराणिक कथाओं में कछुए को शुभ माना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु का दूसरा अवतार यानी कूर्म अवतार कछुए के रूप में था। कछुआ की मूर्ति को पानी में रखना चाहिए। इसे कांच की कटोरी या प्लेट में रखा जा सकता है। कुछ पानी और रंगीन पत्थर भी रख सकते हैंर। कछुआ को पानी में रखने से उसका सकारात्मक प्रभाव दोगुना हो जाता है। इससे यह सुंदर दिखेगा और वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके घर में शांति, सद्भाव, लंबी आयु व धन लाएगा। कछुआ बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि इसे वास्तु टिप्स के अनुसार रखने से कई लाभ मिल सकता है। कछुआ आपकी और आपके परिवार की रक्षा करता है और आपके परिवार में खुशियां लाता है।
- वास्तु और फेंगशुई के अनुसार, ऐसा कछुआ जिसकी पीठ पर कछुए के बच्चे भी हों, उसे संतान प्राप्ति के लिए खास माना जाता है। जिस घर में संतान न हो या जो दंपत्ति संतान के सुख से वंचित हों, उन्हें इस प्रकार का कछुआ अपने घर में रखना चाहिए। माना जाता है जल्द ही उस घर में बच्चे की किलकारियां सुनाई दे सकती हैं।
- फेंगशुई विज्ञान कहता है कि कछुए को घर पर रखने से किसी की बुरी नजर नहीं लगती, कछुआ नजर दोष खत्म करता है। साथ ही अगर किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य लंबे समय से सही नहीं हो तो कछुए को दक्षिण पूर्व दिशा में रखना चाहिए, इससे लाभ होता है। घर में कछुआ रखने से घर का वातावरण शुद्ध और पवित्र बना रहता है और गंदी बीमारियां घर में नहीं आती है।
- ऐसा माना जाता है कि कछुआ पालने से घर में लक्ष्मी जी का आगमन होता है। भगवान विष्णु ने कच्छप(कूर्म)अवतार धारण किया था अर्थात नारायण के 24 अवतारों में से एक कच्छप अवतार(कछुए का रूप) है। क्षीरसागर में समुंद्र मंथन के समय भगवान विष्णु के कच्छप अवतार ने मंदार पर्वत को अपनी पीठ पर सम्भाला था। इस समुंद्र मंथन में 14 रत्नों की प्राप्ति हुई थी।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार फेंगशुई कछुए को उत्तर दिशा में रखने से धन लाभ होता है और शत्रु परास्त होते हैं। कछुआ व्यवसायिक क्षेत्र में विशेष लाभदायक होता है यदि आप व्यवसाय क्षेत्र से है तो अपने ऑफिस के दरवाजे पर कछुए का चित्र लगाएं ऐसा करने से व्यापार में लाभ होता है और रुके हुए कार्य जल्दी होने लगते हैं।
- घर के मुख्य दरवाजे पर कछुए का चित्र लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में शांति बनी रहती है। यदि घर का कोई सदस्य बीमार हो तो दक्षिण पूर्व दिशा में कछुए का चित्र लगाना चाहिए ऐसा करने से लाभ प्राप्त होता है और घर के सदस्यों की आयु लंबी होती है।
- फेंगशुई और वास्तु शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार धातु का बना हुआ ऐसा कछुआ जिसकी पीठ पर कछुए का बच्चा हो संतान प्राप्ति के लिए खास लाभदायक माना जाता है। जो दंपती संतान के सुख की कामना रखते हैं उन्हें अपने घर में ऐसा कछुआ रखना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से उस घर में जल्द ही बच्चे की किलकारियां सुनाई देती है।
- कछुए को रखने से घर के सदस्यों की उम्र भी बढ़ती है क्योंकि कछुआ भी लंबी उम्र का जीव जंतु है। कछुआ लंबे समय तक जीता है और सौभाग्य में भी वृद्धि होती है, इसलिए घर या ऑफिस में इसका होना लाभदायक माना जाता है।
बेडरूम में न रखें
फेंगशुई के अनुसार, कछुए को कभी भी अपने बेडरूम में नहीं रखना चाहिए क्योंकि ऐसा करना फेंगशुई के हिसाब से नुकसानदायक हो सकता है। इसका उल्टा प्रभाव पड़ सकता है। कछुए की स्थापना हेतु सर्वोत्तम स्थान घर का ड्राॅइंंग रूम है। घर पर रखे जाने वाले कछुए का मुंह घर के अंदर होना चाहिए।