पढ़ाई में नहीं लगता मन ? तो करें ये उपाय
Focus on Study Tips: लगातार पढ़ाई करते समय मन भटकता है,या आप स्टडी पर फोकस नहीं कर पाते हैं, तो आपको कुछ आदतें बदलने की जरूरत है. यहां ऐसे 5 टिप्स दिए जा रहे हैं जिनसे आपको मदद मिलेगी। क्या लगातार स्टडी में एक्टिव रहना आसान है? बिलकुल नहीं. शायद आपका भी जवाब यही होगा.सभी स्टूडेंट्स को कभी न कभी नीरस, बेहद उबाऊ, टेक्निकल या दिमाग को थकाने वाले स्टडी मटेरियल से निपटना पड़ता है. इस स्थिति में एक्टिव रीडिंग की लय टूट जाती है, जबकि यह सफलता पाने की बुनियादी तकनीक है. पढ़ाई में मशगूल हो जाने का मतलब है, समय की बचत. आपको कई टॉपिक्स दोबारा पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इस आर्टिकल में पढ़ाई में ध्यान बढ़ाने के कुछ दिलचस्प तरीके दिए गए हैं।
पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता?
अक्सर स्टूडेंट्स शिकायत करते हैं कि उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता. कहते हैं, ‘हम पढ़ने की कोशिश तो बहुत करते हैं पर मन नहीं लगता और पढ़ने बैठते हैं तो मन भटकने लगता है’. सीधे तौर पर यह सब मन का खेल है. अगर आप स्टडी करना चाहते हैं पर किसी कारण आपका ध्यान उसमें नहीं लग रहा है, तो सबसे पहले आपको मन न लगने के कारण का पता लगाना चाहिए.
पढ़ाई में मन नहीं लगने के 10 सामान्य कारण
- किसी के दवाब में पढ़ाई करना
- पढ़ाई के लिए उचित वातावरण नहीं होना
- स्टडी का उचित समय तय न होना
- सब्जेक्ट या टॉपिक समझ में नहीं आना
- सही स्टडी मटेरियल नहीं होना
- उचित गाइडेंस नहीं मिल पाना
- बहुत अधिक थकान या अन्य तरह के व्यवधान
- आपकी रुचि किसी अन्य विषय में होना
- शारीरिक या मानसिक स्थिति ठीक नहीं होना
- इच्छाशक्ति (will power) और एकाग्रता की कमी
पढ़ाई में मन लगाने का उपाय :-
- स्टडी को महत्व दें: खुद को याद दिलाएं कि आप क्यों पढ़ रहे हैं. अच्छी पढ़ाई के बाद मिलने वाले अच्छे परिणामों के बारे में सोचें. यह आपको पढ़ाई के महत्व की याद दिलाएगा. एक बार जब आप किसी चीज के महत्व को जान लेते हैं, तो आप उसे और अधिक महत्व देने लगते हैं. अपने मन और बुद्धि को बता दें कि अब आपको स्टडी पर पूरी तरह से एकाग्र होना है. जब आपका मन आपके आदेशों का पालन करने लगेगा, तब सब कुछ अपने आप व्यवस्थित हो जाएगा।
- रीडिंग के समय हाथ का उपयोग करें : पढ़ते समय अपने हाथ का उपयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आपकी आंखें स्वाभाविक रूप से गति की ओर आकर्षित होती हैं. इसलिए अपने हाथ को गाइड के रूप में उपयोग करने से आप पढ़ाई में ज्यादा शामिल / मशगूल हो सकेंगे. आप पढ़ते समय अपनी उंगली को बाएं से दाएं स्थिर गति से घुमाकर आसानी से अपनी एकाग्रता में सुधार कर सकते हैं. पाठ पर फोकस बढ़ाने और शब्दों को फॉलो करने के लिए अपनी उंगली या पेंसिल या बुकमार्क का उपयोग बेहद उपयोगी है. यह उन मामलों में भी मदद करता है, जब स्टडी के दौरान ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है और आप एक ही पंक्ति को कई बार फिर से पढ़ने लगते हैं।
- नियमित ब्रेक लें : आप पढ़ते समय नियमित ब्रेक लेकर अपनी एकाग्रता में सुधार कर सकते हैं. उदाहरण के तौर पर, अगर आपके पास पढ़ने के लिए बहुत कुछ है, तो 15 से 20 मिनट तक पढ़ने के बाद छोटे-छोटे ब्रेक लें. यह ब्रेक एक मिनट से भी कम समय का होगा. ये ब्रेक मेमोरी पावर बढ़ाने के साथ खतरनाक ज़ोनिंग-आउट प्रभाव से बचने में भी मदद कर सकते हैं. ध्यान रहे, ब्रेक के दौरान ईमेल आदि चेक न करें या कॉल न लें. सभी भटकावों से बचते हुए अपने समय के एक हिस्से को स्टडी के लिए समर्पित कर, आप अधिक से अधिक टॉपिक कवर कर सकते हैं।
- भीड़-भाड़ या शोर-शराबे वाले माहौल में ये ट्रिक अपनाएं : जब आप भीड़-भाड़ वाले या शोर-शराबे वाले माहौल में पढ़ाई कर रहे हों तब अपनी बुक के ऑडियोबुक संस्करण सुनें और वाक्यों को फॉलो करें. यह न केवल आपको बैकग्राउंड के शोर को खत्म करने में मदद करता है बल्कि आपके उच्चारण कौशल में भी सुधार लाता है. यह ट्रिक बेहद कारगर है. लेकिन एक नुकसान यह है कि यह आपकी रीडिंग स्पीड को धीमा कर देगा।
- कॉम्प्रिहेंशन को प्राथमिकता दें: टॉपिक को समझना अधिक महत्वपूर्ण है. आप हर दिन कितना पढ़ रहे हैं, इसका रिकॉर्ड रखें, लेकिन कॉम्प्रिहेंशन की तुलना में स्पीड रीडिंग को प्राथमिकता न दें. आप स्टडी के दौरान एक और ट्रिक अपना सकते हैं. इसके तहत आप पढ़ाई के दौरान बिना लिरिक्स के एम्बिएंट नॉइज़ या लो-फाई या लोफी म्यूजिक सुन सकते हैं. अंत में, अलग-अलग तरह की बुक्स पढ़ते रहें. केवल किताबों की एक शैली तक ही सीमित न रहें।
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