Other Articles

“श्री महाधन धाम अमलेश्वर : पुण्य का जबरदस्त अवसर, आस्था और अनुष्ठान का अखंड धाम”

“श्री महाधन धाम अमलेश्वर : पुण्य का जबरदस्त अवसर, आस्था और अनुष्ठान का अखंड धाम” “21 वर्षों से पितृ शांति, महामृत्युंजय जाप और रुद्राभिषेक का दिव्य केंद्र — अब QR कोड और रिव्यू अभियान से जुड़ें और पाएँ विशेष आशीर्वाद” अमलेश्वर (छत्तीसगढ़), विशेष संवाददाता। खरुन नदी के पावन तट पर...
Other Articles

“पुत्र-वियोग की पीड़ा के बाद भी अटूट ऊर्जा—पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी बने समाज के संबल और प्रतीक”

“पुत्र-वियोग की पीड़ा के बाद भी अटूट ऊर्जा—पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी बने समाज के संबल और प्रतीक” दुख के अंधकार से...
Other Articles

श्री महाकाल धाम अमलेश्वर में नारायण नागबली एवं कालसर्प दोष निवारण – एक आस्था यात्रा

श्री महाकाल धाम अमलेश्वर में नारायण नागबली एवं कालसर्प दोष निवारण – एक आस्था यात्रा विगत 20 वर्षों से छत्तीसगढ़...
Other Articles

श्री महा-विपरीत-प्रत्यंगिरा स्तोत्र

महेश्वर उवाच शृणु देवि महाविद्यां सर्वसिद्धिप्रदायिकाम् । यस्य विज्ञानमात्रेण शत्रुवर्गा लयं गताः ॥ १ ॥ विपरीतमहाकाली सर्वभूतभयङ्करी । यस्याः प्रसङ्गमात्रेण...

महाकाल और कलचुरी राजकुमार रुद्रसेन की कथा

“भयमोचन विभूति: कलचुरी राजकुमार रुद्रसेन की कथा” भयभूमि: अभूतपूर्व आतंक संवत् 1242 — कलचुरी वंश का नितांत प्रगतिशील राजकुमार रुद्रसेन...

महाकाल कृपा की तीन कथाएं

अमावस्या की पार्थिव-पूजा (पिंडदान) से श्री महाकाल अमलेश्वर की साक्षात् प्रकट्‌ता होती है एवं असीम रूप से कामनाएँ पूर्ण होती...

महाकाल धाम और व्यापारी रुद्रवर्धन की कथा

व्यापारविमोचन: व्यापारी रुद्रवर्धन की कथा विनाशवृत्तः संवत् 1321 — रत्नग्राम के सुप्रिय व्यापारी रुद्रवर्धन ने वस्त्र–मसालों के व्यापार में अपना...

अमलेश्वर वट-ग्वाल कथा

❖ अमलेश्वर वट-ग्वाल कथा ❖   श्री महाकाल अमलेश्वर धाम, खारून नदी तट, छत्तीसगढ़ कालखंड:प्राचीन युग के उत्तरार्ध — जब...

तपस्वी विश्वामित्रः महाकाल-अमलेश्वरसंनिविष्टः

तपस्वी विश्वामित्रः महाकाल-अमलेश्वरसंनिविष्टः आत्मसम्मान-अपमानः प्राचीन काल में राजर्षि विश्वामित्र पूर्वतः कौशिक नाम धनुर्धरः आसीत्। एकदा ब्रह्मर्षि वशिष्ठेण सिद्धं गौसत्त्वं दृष्ट्वा...

सत्यव्रत श्रीमहाकालानुग्रही – अमलेश्वर की पावन कथा

  "सत्यव्रत: श्रीमहाकालानुग्रही" – अमलेश्वर की पावन कथा श्री अमलेश्वर महाकालधाम, खारून नदी तट, प्राचीन काल। भूमिका: अमलेश्वर ग्राम में...

श्रृंगी महाकाव्य – १९ श्लोकों में वर्णित दिव्य जीवनकथा

१.श्रृंगी महाकाव्य – १९ श्लोकों में वर्णित दिव्य जीवनकथा मङ्गलाचरणम् श्रीशम्भवे त्रिपुरनाशनहेतवे, ज्योतिःस्वरूपसदनाय नमो नमः। येन श्रृङ्गिककण्ठदिशि क्रिपया, वेदाः स्वयं...

हर 131 वर्षों में जब धरती के पाताल में छिपे पाप प्रबल होंगे, तब मैं भूमिशयन कर कुछ काल तक लुप्त रहूंगा

श्री महाकाल अमलेश्वर के भूमिशयन का गूढ़ रहस्य (विशेषतः 2004 की श्रावण प्रतिपदा पर जागृति की ऐतिहासिक घटना के संदर्भ...

रोहिणी व्रत

  रोहिणी व्रत महत्व जैन धर्म शास्त्रों के अनुसार, प्रत्येक महीने के 27 वें दिन रोहिणी नक्षत्र पड़ता है। इस...

श्रीहनुमत्प्रशंसनम्

श्रीहनुमत्प्रशंसनम् मुक्तिप्रदानात् प्रतिकर्तृता मे सर्वस्य बोधो भवतां भवेत । हनूमतो न प्रतिकर्तृता स्यात् स्वभावभक्तस्य निरौषधं मे ॥ १॥ मद्भक्तौ ज्ञानपूर्तावनुपधिकबलप्रोन्नतिस्थैर्यधैर्य-...
1 2 3 125
Page 1 of 125