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“सामुद्रिक शास्त्र” अंगों का आकार, बनावट और रंग के आधार पर व्यक्ति के स्वभाव को समझा जा सकता है

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व्यक्ति के व्यक्तित्व और उसके भविष्य को जानने के लिए कई पद्धितियाँ ज्योतिष शास्त्र में मौजूद हैं। इनमें से एक पद्धति है किसी के अंगों द्वारा उसके व्यवहार और चरित्र के बारे में जानना। जिस शास्त्र में इस विषय में बताया गया है उस शास्त्र को सामुद्रिक शास्त्र के नाम से जाना जाता है।

इस शास्त्र का नाम सामुद्रिक शास्त्र क्यों पड़ा, इसका वर्णन एक पौराणिक कथा में मिलता है। ‘भविष्य पुराण’ के अनुसार शिवजी के बड़े पुत्र भगवान कार्तिकेय ने ‘लक्षण शास्त्र’ की रूपरेखा तैयार की थी। लेकिन इससे पहले कि वो पूरा हो पाता भगवान शिव ने उसे गुस्से में समुद्र में फेंक दिया।

जब शिव जी का गुस्सा शांत हुआ तो उन्होंने समुद्र से बचा हुआ कार्य पूरा करने को कहा। चूँकि इस शास्त्र को समुद्र ने पूरा किया इसलिए इसे “सामुद्रिक शास्त्र” कहा जाता है। आईये आज आपको इस अद्भुत विद्या के बारे में बताते हैं।

सामुद्रिक शास्त्र यह कहता है कि यदि किसी व्यक्ति को गौर से देखा जाए तो उस व्यक्ति के बारे बहुत सारी बातें जानी जा सकती हैं। हम जब भी किसी व्यक्ति के सम्मुख होते है तो सबसे पहले उसके चेहरे पर नजर डालते हैं। हमारे चेहरे पर नाक, सिर, आंखें, पलक, कान और भौहें आदि कई अंग होते हैं। इन अंगों का बारिकी से अध्ययन करने पर हम काफी हद तक किसी व्यक्ति को जान सकते हैं।

सामुद्रिक विद्या के अनुसार मनुष्य के सिर से लेकर पैर तक प्रत्येक अंग कुछ कहता है। अंगों का आकार, बनावट और रंग के आधार पर हम व्यक्ति के स्वभाव को समझने का प्रयास करते हैं।

आज हम अपने इस आलेख में व्यक्ति के अंगों के अनुसार व्यवहार, जीवन शैली और कार्यक्षेत्र पर प्रकाश डालते हैं-

सिर की बनावट के आधार पर – व्यक्तित्व विश्लेषण

  • ऐसे व्यक्ति जिनका सिर लम्बाई की तुलना में चौडाई में अधिक हों, ऐसे व्यक्तियों को जीवन में सभी सुख सुविधाएं प्राप्त होने के संकेत मिलते हैं। इसके विपरीत जिनका सिर की लम्बाई चौडाई मध्यम हो, इस प्रकार एक व्यक्ति धन से जुड़े मामलों में काफी भाग्यशाली रहते हैं। इन व्यक्तियों को धन प्राप्ति में भाग्य का साथ मिलता है। जिन व्यक्तियों के सिर का आकार असामान्य दिखता है अर्थात वह या तो बहुत बड़ा होता है या र बहुत सामान्य से अधिक चौड़ा होता है, ऐसे सभी व्यक्तियों को जीवन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
  • सिर के बार आईये अब बात करते हैं, बालों की। बालों का रंग, मोटाई और गुणवत्ता से भी किसी व्यक्ति के बारे में जानने में सहयोग मिलता है।
  • सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार काले, मुलायम और सुंदर बालों वाले व्यक्ति सामान्य से अधिक धनी और सुख-सुविधाओं से युक्त होते हैं। जीवन में सुख-साधन इन्हें अधिक सरलता से हासिल होते है।
  • किसी व्यक्ति के बाल यदि बहुत पतले हों तो ऐसा व्यक्ति सरल स्वभाव का होता है। उसमें कुटिलता की संभावना बहुत कम होती हैं।
  • मोटे, सख्त और रुखे बालों वाले व्यक्ति स्वभाव से साहसी तो होते है। परन्तु ऐसे व्यक्तियों की विचारधारा संकीर्ण होती है। नए विचारों को ग्रहण करने में इन्हें समय लगता है।
  • बालों से जुड़ी एक अन्य मान्यता के अनुसार जिन व्यक्तियों के बाल सुर्ख या सुनहरी रंग के होते है ऐसे व्यक्तियों को धन संबंधित परेशानियां लगी रहती है। आर्थिक स्थिति भी ऐसे व्यक्तियों की कमजोर ही रहती है। इन व्यक्तियों का जीवन स्तर मध्यम स्तरीय ही रहता है।

भौहों के आधार पर व्यक्तित्व की पहचान

  • सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन व्यक्तियों की भौहें सुंदर और बारीक होती हैं, उन सभी व्यक्तियों को वित्तीय विषयों में लाभ की प्राप्ति होती हैं।
  • दोनों भौहें आपस में मिली हुई होने पर व्यक्ति अन्य लोगों की तुलना में अधिक चतुर और चालक होते हैं।
  • भौहों के बाल यदि रुखे और बेजान होते है तो व्यक्ति को जीवन में धन की कमी का सामना करना पड़ता है। ऐसे व्यक्तियों का व्यवहार रुखा और सख्त होता है।
  • जिन व्यक्तियों की दोनों भौहें आपस में नहीं मिली होती हैं और सामान्य से अधिक चौड़े आकार की होती हैं उन व्यक्तियों को जीवन में भौतिक सुख-सुविधाएं अधिक मिलती है।
  • जिस प्रकार शरीर के अंग और विशेष रुप से चेहरा हमारे व्यक्तित्व की जानकारी देता है उसी प्रकार आंखें भी व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ कहती हैं। जैसे-
  • जिन व्यक्तियों की आंखे बिल्ली के समान होती है, ऐसे व्यक्ति विश्वसनीय नहीं होते हैं। इन व्यक्तियों को दुराचारियों की श्रेणी में भी रखा जाता है।
  • आंखों में लाल रंग की लालिमा जिसे डोरे भी कहा जाता है, ऐसी आंखों वाला व्यक्ति सुख-सुविधाओं से संपन्न होता है। विशेष रुप से यदि किसी स्त्री की आंखे ऐसी हों, तो वह अधिक धन प्राप्त करती है।
  • क्रोध से भरी आंखों वाले व्यक्ति बहुत साहसी और बहादुर होते है। ऐसे व्यक्ति शारीरिक बल और बहादुरी से सब कुछ पाने का सामर्थ्य रखते हैं।

कानों के आधार पर व्यक्तित्व की पहचान

  • कानों का आकार यदि सामान्य से अधिक बड़े हों तो ऐसे व्यक्तियों की आयु लम्बी तो होती ही है साथ ही इन्हें धन की प्राप्ति भी अधिक होती है।
  • पतले और लंबे आकार के कान वाले व्यक्ति स्वभाव से अच्छॆ होते हैं एवं इन्हें समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति भी अच्छी होती है।
  • कानों पर अधिक बाल होना व्यक्ति को मेहनती बनाता है। परन्तु ऐसे व्यक्तियों को अपनी मेहनत का पूरा फल प्राप्त नहीं हो पाता है।
  • जिन व्यक्तियों के कान का आकार छोटा होता हैं उन व्यक्तियों का जीवन सामान्य रहता है। बहुत अधिक मेहनत करने पर ही ऐसे व्यक्तियों को मनोनूकुल फल प्राप्त हो पाते हैं।

नाक के आधार पर व्यक्तित्व की पहचान

  • ऊंची और बड़ी नाक के व्यक्तियों को भाग्य का साथ मिलता है साथ ही इनका जीवन भी ऊंचाईयां हासिल करता है।
  • तोते की चोंच के जैसी नाक वाले व्यक्ति किस्मत से बहुत धनी तो होते ही है, साथ ही ये बहुत बुद्धिमान भी होते हैं। ऐसे व्यक्तियों को बौद्धिक कार्यों में अधिक रुचि होती है।
  • बहुत छोटे आकार की नाक वाले व्यक्तियों का स्वभाव अच्छा होता है। इसके साथ ही छोटी और मोटी नाक के व्यक्तियों में बुद्धि की कमी पाई जाती है।

पलकों के आधार पर व्यक्तित्व की पहचान

  • जिन व्यक्तियों की पलकों पर बाल बहुत कम होते हैं तो व्यक्ति शौकिन स्वभाव का होता है। इन व्यक्तियों को भोग-विलास का जीवन अधिक पसंद होता है।
  • पलक के सख्त बाल वाले व्यक्तियों को बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है। परन्तु फिर भी बहुत मेहनत के अनुरुप फल प्राप्त नहीं हो पाते हैं।

चेहरे के आधार पर व्यक्तित्व की पहचान

अब बात करते है चेहरे की। चेहरे का आकार, प्रकार और चेहरे पर उभरने वाली रेखाएं किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व की व्याख्या किस प्रकार करती हैं। आईये जानते हैं-

  • गोलाकार लिए हुए जिन व्यक्तियों का चेहरा होता है। इन्हें चांद जैसे मुखड़े का नाम भी दिया जाता हैं। ऐसे व्यक्ति विनम्र स्वभाव के होते हैं। इन व्यक्तियों में कल्पनाशीलता अधिक होती है, भावुकता भी अधिक होती है। ऐसे व्यक्ति घरेलू, सेवा कार्यों में दक्ष और आलसी होने के कारण ऊर्जा की कमी वाले होते हैं।
  • वर्गाकार चेहरे वाले व्यक्ति, जिनके चेहरे का आकार चौकोर होता है। ऐसे व्यक्ति मजबूत व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। इनके स्वभाव में आक्रमकता देखी जाती है। इन व्यक्तियों को अपने शारीरिक बल और शक्ति पर बहुत भरोसा होता है। जीवन के अधिकतर कार्यों को पूरा करने के लिए ये बल का ही प्रकार करना पसंद करते हैं।
  • आयत के आकार के चेहरे वाले व्यक्ति ईमानदार तो होते हैं साथ ही ऐसे व्यक्तियों में डिप्लोमेटिक गुण भी देखा जा सकता है। अपनी नेतृत्व योग्यता के आधार पर इन्हें उच्च पदों की प्राप्ति तो होती है, साथ ही प्रयास करने क्पर इन्हें राजनीति में भी सफलता हासिल होती हैं।
  • जिन व्यक्तियों का चेहरा तिकोने आकार का होता है, ऐसे व्यक्ति क्रोधी और आवेश से युक्त होते हैं। अपने क्रोध के कारण कई बार अपने बनते कामों को बिगाड़ देते हैं। ऐसे व्यक्तियों में प्रतिभा की कमी होती है। और ये व्यक्ति बहुत अधिक व्यवहार कुशल भी नहीं होते हैं।
  • साथ ही जिन व्यक्तियों की ठुड्डी नुकीले आकार की होती हैं, ऐसे व्यक्ति प्रसन्न रहने वाले होते हैं। परन्तु यदि कोई इन्हें परेशान करता है तो फिर इन्हें अत्यधिक क्रोध में आने में समय नहीं लगता है।

 

माथे के आधार पर व्यक्तित्व की पहचान

हिन्दु धर्म में यह मान्यता है कि माथे का सबसे ऊपर का प्रथम भाग व्यक्ति की अपनी पूर्वजों के प्रति आस्था दर्शाता है। इस भाग को हेयर लाईन के नाम से भी जाना जाता है। यह भाग उभरा हुआ हो तो व्यक्ति अपने पूर्वजों के कार्यों को आगे बढ़ाता है। उनकी योजनाओं को पूरा करता है। पूर्वजों के बताए मार्ग पर चलता है। पारिवारिक संस्कार और रीति रिवाजों का सम्मान करता है।

  • ऊपर से माथे के दूसरे भाग को टॉप फोरहेड यानी ऊपरी माथे के नाम से जाना जाता है। इस स्थान पर रेखाओं का सीधा होना सकारात्मक फलदायक माना जाता है। यदि यहां पर रेखाएं टूटी फूटी हों तो जीवन में की गई यात्राओं के फल लाभप्रद होते हैं। इसके विपरीत होने पर संघर्ष की स्थिति रहती है। इस स्थिति में व्यक्ति को शारीरिक कष्ट भी उठाने पड़ सकते हैं।
  • ऊपरी माथे के बाद मध्य माथे का भाग आता है। यह जातक के आजीविका क्षेत्र की जानकारी देता है। माथे के इस भाग पर रेखाएं यदि स्पष्ट है तो व्यक्ति को अपने करियर में मेहनत के अनुसार फल प्राप्त होते हैं। ऐसा व्यक्ति बहुत उत्साह के साथ अपने कर्मक्षेत्र के कार्यो को पूरा करता है। कार्यक्षेत्र को वह अन्य विषयों की अपेक्षा अधिक महत्व देता है।
  • जिस व्यक्ति का माथा उभरा हुआ न होकर अंदर की ओर धंसा हुआ हो तो व्यक्ति आलसी और अपने कर्म के प्रति उदासीन होता है।

होंठों के आधार पर व्यक्तित्व की पहचान

व्यक्ति का ऊपरी होंठ दर्शाता है कि आपको जीवन में स्नेह कितना प्राप्त होता है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में यह होंठ लम्बा होता है। उन व्यक्तियों को जीवन में स्नेह के अभाव का सामना करना पड़ता है। इसके विपरीत होने पर व्यक्ति को बहुत प्यार मिलता है। जिस व्यक्ति के दोनों होंठों के छोर पर गड्ढ़े बनते हैं, ऐसे व्यक्तियों का जीवन स्नेह से भरा रहता है।

नाक के आधार पर व्यक्तित्व की पहचान

नाक की नौंक जिसे नाक की टिप के नाम से भी जाना जाता है, से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को समझने में सहायता मिलती है। नाक का यह भाग यदि नाक के आकार की तुलना में संतुलित है तो व्यक्ति का आर्थिक स्तर ऊंचा होता है। अन्यथा स्थिति इसके विपरीत होती है।

भौंहें और पलकों से भाई बहनों का विचार

किसी भी व्यक्ति की भौंहों और पलकों से उसके परिवार और भाई बहनों की संख्या का पता लगाया जा सकता है। जिस व्यक्ति के भौंहे नुकीले और ऊपर की ओर उठे हुए होते हैं तो भाई-बहनों की संख्या बहुत कम होती है और इनसे संबंध भी अच्छे नहीं रहते हैं। पलकें बहुत घनी हों तो जातक धन-संपत्ति से युक्त होता है।