वास्तुशास्त्र में दर्पण को उत्प्रेरक बताया गया है, जिसके द्वारा भवन में तरंगित ऊर्जा की सृष्टि सुखद अहसास कराती है। इसके उचित उपयोग द्वारा हम अनेक लाभजनक उपलब्धियां अर्जित कर सकते हैं। कैसे, आइए जानें- * भवन के पूर्व और उत्तर दिशा व ईशान कोण में दर्पण की उपस्थिति लाभदायक है। * भवन में छोटी और संकुचित जगह पर दर्पण रखना चमत्कारी प्रभाव पैदा करता है। * दर्पण कहीं भी लगा हो, उसमें शुभ वस्तुओं का प्रतिबिंब होना चाहिए। * दर्पण को खिडक़ी या दरवाजे की ओर देखता हुआ न...
धनु राशि 24 नवम्बर से प्रारम्भ होती है। सात दिन तक पूर्व राशि वृश्चिक के साथ इसका संधिकाल चलता है जिससे यह 28दिसंबर को ही पूर्ण प्रभाव में आ पाती हैं। इसके बाद 20 दिसम्बर तक इसका पूरा प्रभाव रहता है। उसके बाद आगामी राशि मकर के साथ सवि-काल प्रारम्भ हो जाने से सात दिन तक इसके प्रभाव से उत्तरोत्तर कमी होती जाती है। इस अवधि में, अर्थात् 24 नवम्बर से 20-27 दिसम्बर तक पैदा होने वाले व्यक्तियोंमें इस राशि के प्रतीक घनुर्धारी के गुण मिलते हैं। वे अपने काम...
आप सिद्धांतों के अनुयायी रूढि़वादी हैं, तो आप धार्मिक रिवाजों और प्रथाओं के पालन में अंधविश्वासी, कठोर भी हो सकते हैं। इस बात पर आपके परिवार विशेषकर आपके बच्चो से मतभेद संभव। परिवार: पारिवारिक मामलों के लिए यह माह अच्छा नहीं कहा जाएगा इसलिए घर परिवार से जुड़े मामलों को निबटाने में बडी सतर्कता बरतें। आपके मित्र और परिवार के लोगों के बर्ताव में भी आप कुछ अंतर महसूस करेंगे। इन तमाम कारणों से आप मानसिक रूप से कष्ट का अनुभव करेंगे। स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज से माह को अनुकूल...
सामन्यत: आप स्वयं को परिस्थितियों के अनुसार ढाल लेते हैं। आप परिश्रमी व्यक्ति हैं लेकिन कुछ मामलों में आप बातूनी भी हैं, जिसके कारण आपकी कोई योजना समय से पूर्व गोपनीयता खो सकती है। अपने जीवन साथी के साथ समायोजन करने में आपको बडी मेहनत करनी पडती है। परिवार: तीसरे भाव में केतु का गोचर आपके घरेलू और पारिवारिक जीवन के लिए ठीक नहीं है। इसलिए घर परिवार के लोगों से कुछ वैचारिक मतभेद रह सकता है। छोटी छोटी बातों पर झगड़ें और विवाद हो सकते हैं। स्वास्थ्य: कुछ मौसम...
धनु राशि वाले इस माह कुछ हद तक आलसी या सुस्त भी हो सकते हैं। इसका प्रभाव आपके कार्यक्षेत्र पर पड सकता है। परिवार: पारिवारिक मामलों में माह का पूर्वान्ह मिश्रित फलदायी रहेगा। आरम्भिक महीने में पारिवारिक संबंधों में कुछ तनाव रह सकता है। परिवार के किसी सदस्य को लेकर मन में चिंता रह सकती है। मित्रों और हितैषियों से मदद मिलेगी। स्वास्थ्य: आपका स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। आपको पेट की तकलीफ परेशान कर सकती है, खान-पान पर संयम रखकर इसे कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।...
स्वतन्त्र रुप से कार्य करने की चाह होने के कारण आप अपने कार्यो में दूसरों का हस्तक्षेप पसन्द नहीं करते है। आप परम्पराओं में कम विश्वास रखते हैं। इस माह पारिवारिक वैवाहिक कार्यक्रम में सम्मिलित होना आपके लिए परेशानी का कारण होगा। परिवार: पारिवारिक मामलों में यह माह मिलेजुले परिणाम देने वाला रहेगा। परिवार के लोगों की इच्छाओं और आकांक्षाओं की पूर्ति होगी। परिवार के किसी सदस्य की बीमारी की वजह से आप चिंतित रह सकते हैं। स्वास्थ्य: माह के शुरुआत में आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। कुछ बेकार के कामों...
आप गहरी दूरदर्शिता के साथ यथार्थवादी और अधिक से अधिक आदर्शवादी भी हैं। इस माह आप स्वभाव से थोडे चंचल भी हो सकते हैं। परिवार: यह माह आपके पारिवारिक मामलों से जुड़े हर मामले में बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। यहां तक कि मित्र और रिश्तेदार अपनी बातों से मुकर सकते हैं। आपके मन में घर-परिवार को लेकर एक असुरक्षा की भावना पनप सकती है। स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिए यह माह अनुकूल नहीं है। अत: स्वास्थ्य को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही उचित नहीं होगी। शनि का गोचर आपको...
इस समय आपकी रुचि कला और साहित्य में हो सकती है। आपके व्यक्तित्व में आकर्षण का भाव है इस कारण लोग आपसे जल्द ही प्रभावित हो जाते हैं। परिवार: यह माह पारिवारिक मामलों के लिए मिला जुला रहेगा। हालाकि आपको परिवारिक माहौल से सहारा मिलेगा। परिवार के साथ आप तीर्थाटन पर जा सकते हैं। लेकिन राहु और मंगल का गोचर अनुकूल न होने के कारण परिवारजनों की सभी अपेक्षाएं पूरी न होने के कारण घरेलू वातावरण तनावपूर्ण रह सकता है। स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज से माह का पूर्वान्ह अधिकांश समय...
इस पूरे माह आपकी भाग-दौड़ बहुत ज्यादा हो सकती है। आपकी यात्राएँ भी बहुत ज्यादा होने की संभावना बनती है। जो व्यक्ति नौकरी की तलाश में हैं उन्हें इस माह नई नौकरी मिलने की संभावना बनती है। प्रेम संबंधों के लिए यह माह सामान्य से अच्छा रह सकता है। परिवार: पारीवारिक दृष्टि से यह माह मिश्रित रहेगा। आपको क्रोध ज्यादा आ सकता है और आप जरा-जरा सी बात पर चिड़चिड़े हो सकते हैं। स्वास्थ्य: आपको कान में दर्द की शिकायत हो सकती है। आपको कंधो से संबंधित कुछ हल्के-फुल्के व्यायाम...
इस माह आपकी सारी ऊर्जा और भागदौड़ घर-परिवार व कार्यक्षेत्र के लिए बने रहने की संभावना बनती है। भाई-बहनों से भी पूरा सहयोग मिलने की संभावना बनती है। आपके व्यवसायिक संबंधों में वृद्धि होने की संभावना बनती है। परिवार: आपके लिए यह माह सुख व दुख दोनों से मिला-जुला हो सकता है। आपका दाम्पत्य जीवन में कलह क्लेश होने की संभावना बनती है। बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार करें। आप समझदारी का परिचय देते हुए कभी प्यार से तो कभी सख्ती से घर में सुखद माहौल बनाए रखने का प्रयास...
आप एक व्यवहार कुशल व्यक्ति हैं। आपके स्वभाव में लचीलापन आसानी से देखने को मिल जाता है। इस माह आप बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित रह सकते हैं। परिवार: पारिवारिक मामलों के लिए यह माह अधिक अनुकूल नहीं है। बच्चो के बर्ताव से आपकी भावनाएं आहत हो सकती हैं। आपके बच्चों का स्वास्थ्य, स्वभाव अच्छा नहीं रहेगा। लेकिन सूर्य की स्थिति इस बात का संकेत कर रही है कि आपके कार्यक्षेत्र में संबंध संतोषप्रद रहेंगे। स्वास्थ्य: शनि छठवें में होने से चिंता करना भी स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल...
इस माह आप अपने प्रयासों द्वारा किसी भी परिस्थिति को संभाल सकने में सक्षम हैं। किंतु मंगल के राहु से पापाक्रांत होकर पंचम में होने से पार्टनर के स्वस्थ की हानि संभव। परिवार: चतुर्थ भाव में स्थित बृहस्पति घर परिवार का माहौल अशांत कर सकता है कार्यों से संबंधित यात्राओं के कारण आपको अपने परिवार से दूर रहना पडेगा। स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज से यह माह आपके लिए बहुत अच्छा नही प्रतीत हो रहा है। दशमेश शनि जो समय-समय पर आपके स्वास्थ्य को पीडित कर सकता है यह अस्वस्थता छोटी-मोटी...
लग्रेश मंगल के षष्ठम होने के कारण आप में क्रोध की अधिकता देखने को मिलेगी। सप्तमस्थ शुक्र होने के कारण आप आर्थिक सम्पन्नता और एशो-आराम का आनंद लेंगे। भाग्येश बृहस्पति भाग्यशाली व धार्मिक बना रहा है। शनि आपको शारीरिक कष्ट दे रहा है। इस समय आप थोड़े बेचैन और असंतुष्ट भी हो सकते हैं। परिवार: पंचम भाव में स्थित बृहस्पति परिवार के सदस्यों की संख्या में बढोत्तरी करवा सकता है। अर्थात घर परिवार में किसी का जन्म हो सकता है अथवा किसी का विवाह आदि हो सकता है। स्वास्थ्य: रोग...
आयुर्वेद को जीवन का विज्ञान कहते हैं। इसका तात्पर्य यह है कि यह विज्ञान मात्र शारीरिक संरचना, स्वास्थ्य संवर्धन का ही विवेचन नहीं करता, अपितु मनुष्य के आर्थिक, सामाजिक, मानसिक एवं बौद्धिक स्वास्थ्य की विवेचना भी इसका उद्देश्य है। कहा है: ”शरीरेन्द्रिय सत्वात्म संयोगो आयुः“ शरीर के साथ सत्वात्म की विवेचना ही व्यक्तित्व विवेचना है। सत्वात्म का विभिन्न परिमाणों में सम्मिश्रण ही व्यक्तित्व के बहुविध स्वरूपों का प्रदर्शन है। इस व्यक्तित्व के विकास के लिए स्वतंत्र रूप से भूत विद्या नामक चिकित्साशास्त्र की अवधारणा संहिताकारों ने की जिसका मूल स्रोत...
पुष्य नक्षत्र कर्क राशि के 3-20 अंश से 16-40 अंश तक है। यह नक्षत्र सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। सौरमंडल में इसका गणितीय विस्तार 3 राशि, 3 अंश, 20 कला से 3 राशि, 16अंश, 40 कला तक है। यह नक्षत्र विषुवत रेखा से 18अंश, 9 कला, 56विकला उत्तर में स्थित है. मुख्य रूप से इस नक्षत्र के तीन तारे हैं, तो तीर के समान आकाश में दृष्टिगोचर होते हैं। इसके तीर की नोंक अनेक तारा समूहों के पुंज के रूप में दिखाई देती है. पुष्य को ऋग्वेद में तिष्य अर्थात शुभ...
करागे्र वसते लक्ष्मी करमध्ये च सरस्वती। करमूले च गोविन्दम् प्रभाते कर दर्शनम्।। भावार्थ- कर अर्थात हाथ, अग्रे अर्थात अगला भाग अर्थात अग्रिम भाग, वसते- निवास करना, लक्ष्मी- धन (संपदा, सुख, वैभव) करमध्ये- हाथ का बीच का भाग, च- और, सरस्वती वाणी, वाक की देवी अर्थात विद्या की देवी, करमूले- हाथ का मूल स्थान, अर्थात हथेली व भुजा का संगम स्थल जहां से भाग्य हाथ शुरू होता है, अर्थात कलाई, गोविन्दम्- ईश्वर, प्रभाते- प्रात:काल, कर दर्शनम्- दर्शन करना। अर्थात हाथ के अग्र भाग में अर्थात अंगुलियों पर लक्ष्मी का वास होता...