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How to get success in film industry:astrological point of view

The nature and strength of Lagna and Lagna lord in birth chart governs the personality, potentiality, status, name, fame and wealth of the individual. Those born in Venusian lagna /Rashi (Vrishabha and Tula), Mercurian Lagna/Rashi (Mithuna and Kanya), Karka and Simha Lagna/Rashi (ruled by Moon and Sun respectively) are more suited to films. The 2nd house of the horoscope rules over face, eyes, expressions and voice which are sine-qua-non for impressive and effective expressions and dialogue delivery. The 3rd house deals with determination and perseverance. The 4th house shows capability...
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Psychological problems and fourth house in horoscope

The Fourth House shows your home and how you tend to act there. It also shows relationship with the parent of lesser influence, usually the father, the first few years of your life and paradoxically, the last years of your life, what we become as we get older. The fourth house of your horoscope governs areas related to home, family and property. Your roots, family background, childhood, inner emotions, immovable possessions, domestic life, the end of life and endings in general are covered by this house. Psychological foundations and conditioning...
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कॉल सेंटर में नौकरी

आज के इस आर्थिक युग में लोगों में सुविधापरस्ती दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। वे कम से कम समय में हर सुविधा हासिल कर लेना चाहते हैं। ऐसे में धनार्जन के प्रति उनकी ललक स्वाभाविक है। यही कारण है कि आज का युवा वर्ग काॅल सेंटर के क्षेत्र में कदम बढ़ा चुका है, जहां संभावनाएं असीम हैं। आइए, ज्योतिषीय विश्लेषण के द्वारा देखें कि इस क्षेत्र के प्रति उनके आकर्षण का कारण क्या है। बुध: वाक शक्ति, भाषा का ज्ञान, आवाज की नकल करने की क्षमता, जवाब देने की क्षमता,...
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नौकरी में तबादला:ज्योतिष्य नजर

नौकरी में तबादला एक नियमित प्रक्रिया है। कुछ वर्ष एक ही स्थान पर कार्यरत रहने के उपरांत नियोजित व्यक्ति का स्थानांतरण होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। कई बार यह तबादला अथवा स्थानांतरण अपनी ईच्छा के अनुरूप होता है तो कई बार लोगों को अपना घर-परिवार छोड़कर अनिच्छा से नये स्थान पर जाकर योगदान देना पड़ता है। ये तबादला पदोन्नति के साथ कुछ आर्थिक लाभ के साथ भी हो सकता है अथवा समान पद पर रहते हुए बिना आर्थिक लाभ के भी उन्हें स्थानांतरित किया जा सकता है। आइए देखें कि...
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वाहन सुख कब और कैसे जाने ज्योतिष्य नजरिये से

प्रत्येक यक्ति के मन में यह जानने की उत्सुकता होती है कि उसे वाहन कब प्राप्त होगा। जन्मपत्रिका में वाहन सुख का अध्ययन चैथे और ग्यारहवें भाव से किया जाता है। वाहन का कारक ग्रह शुक्र माना गया है। व्यक्ति को वाहन सुख चतुर्थेश और एकादशेश की दशा में भी प्राप्त होता है। यदि चतुर्थेश बारहवें भाव में हो, तो व्यक्ति वाहन के लिए चिंतित देखा जाता है। चतुर्थ भाव में गुरु उच्च का हो, तो दक्षिणा में वाहन मिलता है। देखिए निम्न जन्मपत्रिका। इस व्यक्ति को शनि में बुध...
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सभ्य और सक्रीय समाज निर्माण की प्रक्रिया

विश्वव्यापी बहाई समुदाय इस कार्य में तल्लीन है कि किस प्रकार सभ्यता निर्माण की प्रक्रिया में यह अपना योगदान दे सके। यह दो प्रकार के योगदान को महत्व दे रहा है। पहले प्रकार का योगदान बहाई समुदाय के विकास और उन्नति से सम्बन्धित है और दूसरा इसकी समाज में सहभागिता से। पहले प्रकार के योगदान के सन्दर्भ में यह कहा जा सकता है कि बहाई पूरे संसार में निरहंकारी वातावरण में एक ऐसी कार्यप्रणाली व समरूपी प्रषासनिक ढांचों की स्थापना के लिए प्रयासरत है जो मानवता की एकात्मकता के सिद्धान्त...
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गणेश मंत्र

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।। https://www.youtube.com/watch?v=ZtDf8pm6EWk...
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जाने अपने हस्ताक्षर से अपने ग्रह के बारे में

‘हस्ताक्षर’’ दो शब्दों हस्त+अक्षर से निर्मित शब्द है जिसका अर्थ है हाथों से लिखित अक्षर। वैसे तो वर्णमाला के सभी अक्षरों को लिखने के लिए हाथों का प्रयोग किया जाता है परंतु ‘हस्ताक्षर’ शब्द का प्रयोग प्रमुखतः अपने नाम को संक्षिप्त एवं कलात्मक रूप से व्यक्त करने के लिए ही होता है। हस्ताक्षर को अंग्रेजी भाषा में' sign' या 'Signature' कहते हैं जिसका अर्थ है "A mark or object to represent one's name or a person's name signed by himself" प्रत्येक व्यक्ति हस्ताक्षर करने के साथ ही कुछ निश्चित चित्रों...
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लग्न राशी से अपने व्यक्तित्व को पहचाने

आधुनिक युग भाग-दौड़ और व्यस्तता का युग है। बढ़ते शहरीकरण ने दुनिया को छोटा और लोगों को एक-दूसरे से अनजान कर दिया है। वर्षों तक साथ रहने पर भी एक परिवार के लोग एक-दूसरे की पसंद नापसंद को अच्छी तरह से नहीं समझ पाते हैं और एक-दूसरे को नहीं समझ पाने की यह स्थिति कई बार परिवार के बिखराव का कारण बन जाती है। इस जटिल समस्या का समाधान ज्योतिष जगत के माध्यम से सरलता से किया जा सकता है। ज्योतिष से न केवल आप किसी को पूर्ण रुप से...
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Know what it is mangal dosh?????

Astrology reading and making of birth charts came into practice much later than the Vedic times. By that time chart making had become a general practice; not only had a lot of time elapsed but the culture, society and human values had changed. All over the world human societies were dependent on agriculture and manpower was used in all activities. It is an irony of fate that all the shastras or texts were written by men which favour him to the maximum as compared to women. The bias of men...
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Ramayana as a astrological point of view

Introduction: Bharat is the sacred Karma Bhoomi and Punya Bhoomi endowed with the majestic Himalayas, Vindhya Range of mountains, forests like Naimisaranya, Dandakaranya and other places, and holy rivers like Ganga, Yamuna, Narmada, Godavari, Krishna and Kaveri flowing through the length and breadth of the country. Brahmarishis and Maharishis born in this land have handed down an invaluable legacy and wisdom through various classical texts. The Vedas are the basis for our Sanatana Dharma. These Vedas were identified by Sri Veda Vyasa and passed on to his disciples. There are...
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Weak planets in horoscope

In general, debilitated planets are considered as 'First Rate Malefics' and also a benefic planet. If debilitated, the planet is supposed to harm those planets and houses it is joined with, or aspects. Debilitated planets are also supposed to ruin and destroy those things which they rule, or fall in their houses, navamanshas and nakshtra. obviously if in the horoscope of any individual, any planet is found to be placed in a debilitated position, the native becomes very apprehensive of it's outcome. Therefore, there is a need to understand the...
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मानसिक मंदन

मनुष्य की भौतिक उपलब्धियों में भिन्नताएँ विचारणीय है। तीव्र बुद्धि के न्यूटन ने जहाँ अपने आविष्कारों से अमरत्व प्राप्त किया वहीँ कुछ ऐसे मद व्यक्ति भी हमें मिल जाएँगे जो अपने प्राथमिक आवश्यकताओं के पूर्ति नहीँ कर सकते। विभिनन क्षेत्रों में मानव की उपलब्धियों के आधार पर हम उनकी योग्यताओं का आकलन करते है। इन योग्यताओं के बारे में सामान्य जन की धारणा यह है कि व्यक्तियों की यह विलक्षण तथा जन्म-जात विशेषताएँ है जो उनकी उपलब्धियों को प्रभावित करती है। व्यक्तिगत विभिन्नताओं के संस्थापक सर फ्रांसिस गाल्टन मानव सृजनन...
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मानसिक शक्तियों

श्रृंगार एवं प्रेम यह मानसिक शक्ति कपाल के पीछे की ओर निचले भाग मे जहाँ गर्दन का प्रारम्भ होता है,स्थित होती है| इसका उभार उस भाग के साधारण विकास को देखकर अनुभव किया जा सकता है | यदि मन की यह शक्ति बहुत अधिक विकसित हो तो व्यक्ति काम वासना तथा विलासिता का दीवाना हो जाता है और लम्पट एवं व्यम्भिचारी बन जाता सामान्य रूप से बलवती होने पर यह मानसिक शक्ति,स्फूर्ति एवं प्रेरणा प्रदान करती है | इस प्रकार के व्यक्ति अपने विपरीत सैक्स के प्राणियों मे लोकप्रिय होने...
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कार्य संतुष्टि

कार्यं संतुष्टि एक जटिल संप्रत्यय है जो बहुत हद तक मनोवृति तथा मनोबल से संबंध और मिलता-जुलता है। किन्तु सही अर्थ में कार्यं संतुष्टि अपने निश्चित स्वरूप के कारण एक ओर मनोवृति से भिन्न है तो दूसरी ओर मनोबल से । औद्योगिक मनोवैज्ञानिक ने कार्य संतुष्टि को दो अर्थों में परिभाषित करने का प्रयास किया है। हम यहाँ इन दोनों अर्थों में इस जटिल संप्रत्यय की व्याख्या करने का प्रयास करगे । 1. सीमित अर्ध सीमित अर्थ में कार्य संतुष्टि का तात्पर्य व्यवसाय कारक से है। दूसरे शब्दों में, यह...
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औद्योगिक मनोबल

औद्योगिक समस्याओं में मनोबल की समस्या कर्मचारी तथा उद्योगपति दोनों के दृष्टिकोण अत्यन्त जटिल तथा महत्त्वपूर्ण है। उच्च अथवा उन्मत औद्योगिक मनोबल से जहाँ कर्मचारी तथा उद्योगपति को लाभ पहुंचता है वहीँ निम्न औद्योगिक मनोबल से उन्हें निश्चित हानि पहुँचती है। इसीलिए प्रबंधन की ओंर से हमेशा इस बात का प्रयास किया जाता है कि कर्मचारी-मनोबल उन्नत बना रहे। साधारण अर्थ में मनोबल का तात्पर्य किसी समूह के सदस्यों के बीच एकता, भाईचारा एवं आत्मीयता के भाव से है । इस दृष्टिकोण से औद्योगिक मनोबल का तात्पर्य किसी उद्योग के...
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